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आओ हया, किस्सा सुनाऊं

75.00

आओ हया, किस्सा सुनाऊं

75.00

लेखक : योसेफ मेकवान

अनुवाद : योगेश अवस्थी

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Description

आओ हया, किस्सा सुनाऊँ साहित्य अकादेमी बाल साहित्य पुरस्कार प्राप्त गुजराती कहानी-संग्रह आव हया, वार्ता कहूँ का हिंदी अनुवाद है। इस पुस्तक में 11 बाल कहानियों को सँजोया गया है, जो बड़ी ही सहज भाषा में बच्चों की कल्पना शक्ति को ऊँची उड़ान भरने का मार्ग खोलती हैं।

कहानी ‘छोटू कछुआ’ में सभी सवालों के जवाब में उसका ‘पुथुसवा-पुथुसवा’ बोलना मनोरंजकता प्रदर्शित करता है तो ‘पप्पू का फोन’, ‘झरमर कुमारी’, ‘हया और टीनकी’ जैसी कहानियों में कोमल हृदय वाली बाल सुलभ कल्पनाएँ हैं। वहीं ‘चोर पकड़ा गया’ कहानी बच्चों को अनजान व्यक्तियों से किस प्रकार की सावधानियाँ रखनी चाहिए तथा उनका बहादुरी से सामना कैसे करना चाहिए, यह बताती है। कहानी सुनते या पढ़ते समय बच्चों के चेहरों पर खुशी दिखे, वे मुस्कुराएँ तथा उनकी आँखों में विस्मय की रंगीन तितलियाँ इधर-उधर उड़ें, बस यही उद्देश्य इन बाल कहानियों का है।

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